नमस्कार, इस एपिसोड में सुनिए कैसे मेघनाद ने माता सीता का वध करने की धमकी देकर राम की सेना और पवनपुत्र हनुमान को स्तब्ध कर दिया। युद्ध भूमि में मेघनाद की इस चौंकाने वाली घोषणा ने शिविर में सन्नाटा और शोक का माहौल पैदा कर दिया। हनुमान, जो वानर सेना का नेतृत्व कर रहे थे, दुखी और हतप्रभ थे। तभी विभीषण ने एक बड़ा रहस्य उजागर किया। विभीषण ने बताया कि यह सब मेघनाद की एक चाल थी। उसका असली उद्देश्य था निकुम्बला माता के मंदिर में यज्ञ पूरा करना, जिससे वह अमर और अजेय बन सके। यदि यह यज्ञ पूरा हो जाता, तो राम की सेना के लिए मेघनाद को हराना असंभव हो जाता। लेकिन लक्ष्मण और विभीषण ने समय रहते मेघनाद की इस योजना को भांप लिया। लक्ष्मण ने वानर सेना के साथ निकुम्बला मंदिर की ओर कूच किया और मेघनाद के यज्ञ को खंडित कर दिया। इस एपिसोड में जानिए: क्या मेघनाद का यज्ञ उसे अमर बना सकता था? लक्ष्मण ने मेघनाद का यज्ञ कैसे खंडित किया? रामायण के इस अध्याय की पूरी कहानी सुनने के लिए जुड़े रहिए और जानिए कैसे लक्ष्मण ने रामायण के इस युद्ध में निर्णायक भूमिका निभाई। यह hindi podcast/ramayan katha उन सभी के bhakt जनो लिए लिये है जो प्रभु shriram, माता sita और पवनपुत्र hanuman की आराधना करते है और रामायण से जुड़ी stories सुनने में रुचि रखते हैं। बने रहें रामायण की आगे की कहानी जानने के लिए।